भारत में आध्यात्मिक गुरुओं की न केवल लाखों भक्तों की फॉलोइंग होती है, बल्कि इनका प्रभाव बिजनेस और समाज में भी काफी गहरा है। कुछ संतों की संपत्ति हजारों करोड़ में है, और वे बड़े ट्रस्ट, FMCG ब्रांड्स, योग शिविरों, और इंटरनेशनल डोनेशन से अपनी आय अर्जित करते हैं। इस आर्टिकल में हम आपको Richest India Saints की लिस्ट दिखाएंगे।
1. भारत के 10 सबसे अमीर संतों की लिस्ट (10 Richest Indian Saints)
रैंक | संत का नाम | अनुमानित नेट वर्थ (₹) | प्रमुख संस्था/ट्रस्ट |
---|---|---|---|
1 | आचार्य बालकृष्ण | ₹1.6 लाख करोड़+ | पतंजलि आयुर्वेद |
2 | बाबा रामदेव | ₹1,600 करोड़+ | पतंजलि, योगपीठ |
3 | श्री श्री रविशंकर | ₹1,000 करोड़+ | आर्ट ऑफ लिविंग |
4 | सद्गुरु जग्गी वासुदेव | ₹900 करोड़+ | ईशा फाउंडेशन |
5 | माता अमृतानंदमयी | ₹1,500 करोड़+ | अमृतानंदमयी ट्रस्ट |
6 | स्वामी नित्यानंद | ₹10,000 करोड़ (कथित) | नित्यानंद ध्यानपीठम |
7 | आसाराम बापू | ₹1,100 करोड़+ | संत श्री आशारामजी आश्रम |
8 | राम रहीम सिंह (डेरा सच्चा सौदा) | ₹2,000 करोड़+ | डेरा सच्चा सौदा |
9 | योगी आदित्यनाथ (CM बनने से पहले) | ₹1,000 करोड़ (कथित) | गोरखनाथ मठ |
10 | स्वरूपानंद सरस्वती | ₹500 करोड़+ | द्वारका शारदा पीठ |
नोट: संतों की संपत्ति आमतौर पर उनके निजी नाम पर नहीं होती, बल्कि ट्रस्ट या संस्थाओं के तहत होती है। इसलिए इन आंकड़ों में ट्रस्ट और बिजनेस इन्वेस्टमेंट भी शामिल हैं।
2. ये संत पैसा कैसे कमाते हैं?
✅ योग और ध्यान शिविर: बाबा रामदेव, श्री श्री रविशंकर और सद्गुरु बड़े पैमाने पर योग और ध्यान शिविर आयोजित करते हैं।
✅ FMCG बिजनेस: बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण की पतंजलि FMCG इंडस्ट्री में बड़ी खिलाड़ी है।
✅ दान और डोनेशन: भक्तों और विदेशों से मिलने वाले डोनेशन भी इन संस्थानों को समृद्ध बनाते हैं।
✅ इंटरनेशनल सेमिनार्स और कोर्सेज: श्री श्री रविशंकर, सद्गुरु और माता अमृतानंदमयी अपने सेमिनार्स और ऑनलाइन कोर्स से भी कमाते हैं।
✅ ब्रांड एंडोर्समेंट और इन्वेस्टमेंट: सद्गुरु पर्यावरण अभियानों से जुड़े हैं, जबकि बाबा रामदेव अपने ब्रांड पतंजलि को प्रमोट करते हैं।
3. कौन-कौन से संत ब्रांड्स को प्रमोट करते हैं?
1️⃣ बाबा रामदेव – पतंजलि आयुर्वेद

- प्रमुख ब्रांड: पतंजलि आयुर्वेद
- इंडस्ट्री: FMCG (दवा, खाद्य पदार्थ, सौंदर्य उत्पाद)
- अनुमानित सालाना रेवेन्यू: ₹40,000 करोड़+
2️⃣ सद्गुरु – मोटरसाइकिल ब्रांड्स और पर्यावरण अभियान
- प्रमुख अभियान: कावेरी कॉलिंग, सेव सॉयल
- ब्रांड एसोसिएशन: TVS मोटरसाइकिल, रॉयल एनफील्ड
- अनुमानित सालाना इनकम: ₹900 करोड़+
3️⃣ श्री श्री रविशंकर – आर्ट ऑफ लिविंग इंटरनेशनल मार्केटिंग
- प्रमुख ब्रांड: श्री श्री आयुर्वेद
- अनुमानित सालाना इनकम: ₹1,000 करोड़+
4. अमीर संतों के विवाद
⛔ स्वामी नित्यानंद: कथित खुद का अलग देश (कैलासा) बनाने का दावा, महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार के आरोप।
⛔ राम रहीम सिंह: रेप केस और हत्या के आरोप में उम्रकैद की सजा।
⛔ आसाराम बापू: रेप केस में आजीवन कारावास की सजा।
⛔ बाबा रामदेव: मेडिकल इंडस्ट्री के खिलाफ बयानों और पतंजलि की दवाओं पर विवाद।
5. निष्कर्ष – क्या भारतीय संतों का अमीर होना गलत है?
भारत में संतों की भूमिका सिर्फ आध्यात्म तक सीमित नहीं रही, बल्कि अब वे बड़े बिजनेस और इंटरनेशनल मूवमेंट्स का हिस्सा बन गए हैं। हालांकि, कई संतों की संपत्ति पारदर्शी नहीं होती, जिससे विवाद उठते हैं। वहीं, बाबा रामदेव, सद्गुरु, और श्री श्री रविशंकर जैसे संत अपने ट्रस्ट और बिजनेस को लीगल और बिजनेस फ्रेंडली तरीके से चला रहे हैं।
👉 आपका क्या विचार है? क्या संतों को इतनी दौलत कमानी चाहिए? हमें कमेंट में बताएं!